आप इसे पहचानते हैं, सही कहा आपने, हार्वे विंस्टिन, मशहूर हॉलीवुड फ़िल्म निर्माता...कास्टिंग काउच से विख्यात हुए.. किस्से हज़ारों.. कारनामें बड़े बड़े..
इस विषय पर कोई नहीं बोलता....गन्दा है पर धंधा...
मेरा ह्यूमन रिसोर्सेज (एच आर) फंक्शन में काम करने का अनुभव है, जब मैं मैनेजमेंट की पढ़ाई सिम्बी में कर रहा था, मेरी क्लास में कुछ ६० लोग थे. दो-चार विदेशी (थर्ड वर्ल्ड कंट्री के लोग, जिनके लिए इंडिया का सिम्बी जैसा एवरेज मैनेजमेंट का शॉप भी कैंब्रिज है). लगभग ४० लड़कियां, बाकी लड़के. कुछ ५ या ६ बैक डोर एंट्री वाले भी थे. एक पटना से भी था, जो बाद में जूनियर बैच में भेज दिया गया, क्योंकि पुणे यूनिवर्सिटी ने मैनेजमेंट कोटा में उसे जगह नहीं दिया. आज साहब KPMG में ह्यूमन रिसोर्सेज के डायरेक्टर हैं. बैक डोर एंट्री वाले, TCS America में रिसोर्स मैनेजमेंट यानि पोल्ट्री फार्मिंग कर रहे हैं. एक बैक डोर वाला, कई देश में चेंज मैनेजमेंट कर आया. कॉर्पोरेट वर्ल्ड का नंगा सच आपको मैनेजमेंट संस्थानों में ही दिख जाएगा। मतलबी, षड्यंत्रकारी , चौकड़ी बाज़. वहाँ मिलेंगे. गंदे-घिनौने चेहरे, प्लेसमेंट का जुगाड़. पढ़ाई कौन करता है. सबसे बड़ा करप्शन का अड्डा है स्टूडेंट रन प्लेसमेंट ऑफिस. बंगाली वाद , मल्लू वाद, जहाँपनाह वाद , सब चलता है. इंतज़ाम हो जाएगा. दारु, $डीबाज़ी, ड्रग्स , सब मिलता है, स्पॉन्सर्ड हनीमून होती है गोवा में. पता नहीं और क्या-क्या.अब आते हैं काम की दुनिया में. पहली HR रोल वाली कंपनी. एक आईटी सर्विसेज एंड हार्डवेयर और एंटरप्राइज सोल्यूसन कंपनी. स्थान बैंगलोर, इंडिया का सिलिकॉन वैली. कैंडिडेट इंटरव्यू के लिए आता है; बायोडाटा पर कंसलटेंट कंपनी का लोगो...कुछ लोबो कंसल्टिंग लिखा है. दूसरा कैंडिडेट, फिर लोबो, तीसरा भी लोबो. लोबो का कैंडिडेट सेलेक्ट होता है. कुछ दिनों बाद, एक हॉट सी मिडिल एज्ड महिला कंसलटेंट GM को मिलने आती है. काना-फूसि हो रही है स्टाफ में, कुटिल मुस्कान...
पता चलता है, यह मैडम GM साहब की प्राइवेट माल हैं. लोबो इनकी कंसल्टिंग का नाम है. GM साहब इनका इनवॉइस फ़टाफ़ट क्लियर करा देते हैं....
कुछ-कुछ समझ में आ रहा है. कुछ दिनों बाद एकाउंट्स मेनेजर से बनायी दोस्ती से और भी सच सामने आता है.
इस बार मालूम पड़ता है, कि लोबो की हॉट आंटी GM साहब के साथ, ऑफिस के बुकिंग पर कोचीन ऑफिसियल टूर पर जाती हैं. दर असल यह एक हनीमून ट्रिप है.
फिर मैं एक अमेरिकन MNC कंपनी ज्वाइन करता हूँ. कंपनी का HR हेड ज्वाइन करता है. साथ में उसकी पिछली कंपनी की HR बिज़नस पार्टनर ज्वाइन करती है. लड़की चेन्नई से बैंगलोर रिलोकेट हो कर आती है. बॉस उसे फ्लैट दिलाता है. ऑफिस की कैब में उसे पिक उप और ड्राप देता है. ड्राइवर्स बताते हैं , HR हेड कैब में भी रोमांस करते हैं, फ्लैट पर भी देर तक मैडम के साथ रुकते हैं. सारी कंपनी इन रंरेलियों का मजा लेती है. छम्मक छल्लो बदनामी कराते-कराते एक साल में वापस चेन्नई भाग लेती हैं. HR हेड अपनी गोपी गाथा चालू रखता है. अब वह HR की इंटरव्यू अपने सीक्रेट फ्लैट पर करता है. कौन कहता है HR में कास्टिंग काउच नहीं है. अब तो वह शादी-शुदा औरतों को भी नहीं छोड़ता . १० साल रंगरेलिया मना लेने के बाद यह एवरेज एडुकेटेड HR हेड फाइनली कंपनी से निकाला जाता है. जय हो MNC , जय हो लिस्टेड कंपनी. जब कुँए में ही भांग पड़ी हो तो रंगरेलियां हर तरफ चालू रहती हैं. ट्रेनिंग के नाम पर होटल वेन्यू बुक होता है, साथ में एक रूम भी बुक होता है कॉम्प्लिमेंटरी. रंगरेलियां चालू हैं.
कहानी चालू रहेगी..बाकी अगले अंक में...
No comments:
Post a Comment