नाथन ने अपनी इस पुस्तक तो मुझे स्वयं कुरियर किया था, एक अतिसुन्दर सन्देश और अपने हस्ताक्षर के साथ.
मैं उनका यह आभार नहीं भूल सकता. सच्चे, सरल व्यक्ति हैं नाथन. XLRI - An institution Nurturing Responsible Leaders जैसे उत्कृष्ट संस्थान से वे एमबीए हैं. कई लाख लोग उन्हें लिंकडिन पर फॉलो करते हैं. उनका एक हैशटैग #officetruths को भी चार हज़ार से ज्यादा लोग फॉलो करते हैं.
विष्णु का काम पालन करना है. लक्ष्मी उनके चरण सेवा में लगी रहती हैं. इसी तरह नाथन सर अब भी सेवानिवृत्त नहीं हुए हैं और अपनी सेवा , अनुभव और सारा समय (4) Global HR Community: Overview | LinkedIn
को देते रहेंगे ,ऐसा लगता है. . इस प्लेटफॉर्म को दिशा और संवर्धन देने की घोषणा, उन्होंने पिछले हफ्ते ही की थी.
नाथन को आराम कहाँ ! उन पर नीचे की कविता फिट बैठती है.
रोबर्ट फ्रॉस्ट की कविता है; माइल्स टू गो बिफोर आई स्लीप। ..हिंदी में बोले तो.
सघन गहन मनमोहक वनतरु मुझको आज बुलाते हैं;
मगर किये जो वादे मैंने, याद मुझे आ जाते हैं.
अभी कहाँ आराम बदा, यह मूक निमंत्रण छलना है.
अरे अभी तो मीलों मुझको, मीलों मुझको चलना हैं...
नाथन के साथ ऊपर की तश्वीर में मेरे एक पुराने मैनेजर श्री रमेश रंजन जी भी दिख रहे है. बीच में श्री श्रीकांत जी हैं. उनको मैं नहीं जानता.