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नाथन की "ग्लोबल एचआर कम्युनिटी" , एचआर वालों का नॉस्कॉम?

नाथन सर का मैं बड़ा वाला फैन हूं ! डेलोइट (हिंदी में बोले तो Deloitte) को  अपनी सेवा के १९ स्वर्णिम वर्ष समर्पित करने के उपरांत अभी-अभी निवृत्त हुए नाथन एक युग पुरुष हैं. 
शनि की महादशा भी १९ वर्षों की होती है! शनि न्याय के ग्रह हैं! शनि नियम, अनुशाषण के नियामक भी हैं! 
नाथन इससे विपरीत विष्णु के अवतार से लगते हैं मुझे. मैं उनसे कभी मिला नहीं  जो भी लिखित संपर्क है वह लिंकडिन के संवाद तक सीमित है ! वे बेहद उदार और मधुर व्यक्तित्व के स्वामी हैं. उनकी एक किताब "बहरूपियान चैलेंज " कुछ वर्ष पहले प्रकाशित हुई थी. कई अन्य लेखकों के मानव संसाधन एवं विकास के अनुभव के साथ साथ नाथन के भी कई उत्कृष्ट लेख इस पुस्तक में संग्रहित हैं. कभी अवसर मिले तो पढियेगा. 

नाथन ने अपनी इस पुस्तक तो मुझे स्वयं कुरियर किया था, एक अतिसुन्दर सन्देश और अपने हस्ताक्षर के साथ. 

मैं उनका यह आभार नहीं भूल सकता. सच्चे, सरल व्यक्ति हैं नाथन. XLRI - An institution Nurturing Responsible Leaders  जैसे उत्कृष्ट संस्थान से वे एमबीए हैं. कई लाख लोग उन्हें लिंकडिन पर फॉलो करते हैं. उनका एक हैशटैग #officetruths को भी चार हज़ार से ज्यादा लोग फॉलो करते हैं. 

विष्णु का काम पालन करना है. लक्ष्मी उनके चरण सेवा में लगी रहती हैं. इसी तरह नाथन सर अब भी सेवानिवृत्त नहीं हुए हैं और अपनी सेवा , अनुभव और सारा समय (4) Global HR Community: Overview | LinkedIn

को देते रहेंगे ,ऐसा लगता है. . इस प्लेटफॉर्म को दिशा और संवर्धन देने की घोषणा, उन्होंने पिछले हफ्ते ही की थी. 

नाथन को आराम कहाँ ! उन पर नीचे की कविता फिट बैठती है. 

रोबर्ट फ्रॉस्ट की कविता है; माइल्स टू गो  बिफोर आई स्लीप। ..हिंदी में बोले तो. 

सघन गहन मनमोहक वनतरु मुझको आज बुलाते हैं; 

मगर किये जो वादे मैंने, याद मुझे आ जाते हैं. 

अभी कहाँ आराम बदा,  यह मूक निमंत्रण छलना है. 

अरे अभी तो  मीलों मुझको, मीलों मुझको चलना हैं... 




नाथन के साथ ऊपर की तश्वीर में मेरे एक पुराने मैनेजर श्री रमेश रंजन जी भी दिख रहे है. बीच में श्री श्रीकांत जी हैं. उनको मैं नहीं जानता. 
रंजन जी ने अभी एक नयी किताब लिखी है : Making People Count ... \अवसर मिले तो पढ़ सकते हैं आप. मैंने किंडल अनलिमिटेड पर पढ़ा इसे. काफी कंटेंट भरा है इसमें. अकादमिक पुस्तक है पर नए युग के विद्यार्थी इसे पसंद करेंगे. 


नाथन की एक नयी सोलो पुस्तक २०२२ में आयी है : The Heart of Work ! अफ़सोस मैंने अभी तक नहीं खरीदी इसे. किंडल पर १७१ रुपये मात्र. 
अगर आपने इसे पढ़ी है तो बताइयेगा कैसी है. 



श्रीकांत , रंजन  और नाथन के ऊपर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी. मेरा मानना है, ग्लोबल एचआर कम्युनिटीएचआर वालों का नॉस्कॉम होगा ! नाथन की भूमिका यहां भी भगवान् विष्णु की ही होगी , ऐसा अनुमान लगाया जा सकता है. 

मेरी शुभकामनायें इन तीनों महानुभावों के साथ हैं. 

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