Skip to main content

लज़्ज़ानिवारण के लिए मखमली आवरण

काहे कि कल से बैंगलोर में लॉकडाउन है। .. दो हफ्ते का फिर से घर पर विश्राम। . 

HRBP (जिनका नाम नित बदलता रहता है) कुछ कंपनी इसको पीपल पार्टनर कह रही है... मोटी  सैलरी पचाने के लिए मोटी चमड़ी भर काफी नहीं है.. आपको लज़्ज़ानिवारण  के लिए मखमली आवरण (अंग्रेज़ी में facade )भी चाहिए। ..सो सीरत बदले न बदले , नाम बदलते रहिये.. 

एक बात तो इनकी माननी पड़ेगी, इन्होने स्वीकार कर लिया है कि "बिज़नेस" इनके बूते का नहीं है सो नाम रख कर अपने आप को रोज़ शर्मिदा क्यों करें. "पीपल पार्टनर" सरल है... 

इन पीपल पार्टनर्स के लिए गैंग्स ऑफ़ वास्सेय्पुर का यह सुपरिचित डायलॉग  प्रस्तुत कर रहा हूँ... लॉकडाउन में चखना जैसा काम करता है.. 



आपको नीचे JP की जगह PP (पीपल पार्टनर) पढ़ना है.. .. 

चलते चलते बता दूँ कि यहाँ RS (रामाधीर सिंह ) बिज़नेस लीडर है। ..जिसके बार बार प्रताड़ित , लज़्ज़ित किये जाने के बाद CHRO ने HRBP का नाम बदलकर "People Partner कर दिया है.. 

RS (to JP): Tum apni bhavnaaon ko daalo apni gaa#d me. Saala yahaan baithe baithe chhutwaiyaa netaaon, chhote chhote bachchon ki tarah netaa-giri karte ho. Abe apne ksetra me jaao thoda motivation do logo ko. Au kal raat ko kahaan the.

JP: Sinema dekhe.

RS: Kaun sa sinema.

JP: Dilwaale dulhaniya Le Jaaeynge.

RS: Beta tumse naa ho paayega, tumhaare lakshan bilkul thik nahi lag rahe.

यह  छोटी सी प्रस्तुति उन सब बंधुओं को समर्पित है जिनको HRBP की हक़ीक़त मालूम है.. ... 

इस प्रस्तुति में  किसी की  भावनाओं को ठेस पहुँचाने का कोई कुत्सित प्रयास नहीं किये गया है... 

जाने अनजाने में कोई गलती हुई हो तो मैं क्षमा मांगता हूँ.. (यह मैंने अभी PM मोदी के CM Covid कांफ्रेंस में, स्वनामधन्य अरविन्द केजरीवाल  जी की माफ़ी मांगने  की कला से प्रेरणा लेकर सीखा है. )


Comments

Popular posts from this blog

Astrology, life, career

Our ex-HRD minister,  Smriti Irani  was spotted meeting an astrologer in Rajasthan recently. Astrologer told, she will become the President of India. Her career is bright. We all know, he is right, since we saw Smriti move very fast from her daily soap avatar to the powerful central minister in Govt of India. She is still a minister , a Rajya Sabha MP and Minister of Textiles currently. Can all this happen to someone meteorically. She is an excellent orator. Well read and extremely logical person. She may not be a graduate but that does not matter. What MBTI and all other expensive psychometric tests could not tell me about my situation, my self-learning of vedic astrology unearthed for me. I regret, I did not learn astrology earlier. This is such a beautiful science. So much to learn. I am in kindergarten now. I am not superstitious. I know all myths are actually truths (My+Truths=Myths) I have been hired for a Central Govt's class 1, Gazetted officer role. Toppe...

यह वाक़या मैं आपको इसलिए बता रहा हूँ कि मृत्यु की कोई ग्रह दशा नहीं होती

  लोग कुंडली क्यों दिखाते हैं?  अक्सर ऐसा तब होता है जब वो किसी प्रश्न का उत्तर ढूँढ़ रहे होते हैं.  ज्यादातर यूट्यूब वीडियोस गोचर के आधार पर भविष्यफल बताते हैं और वह भी लग्न के अनुसार.  दशा के आधार पर भविष्यफल भी बताते हैं ज्योतिषगण यूट्यूब पर.  किसी भी प्रश्न का उत्तर आप सिर्फ किसी की कुंडली देख कर ही अनुमान से बता सकते हैं. कितना सत्य होगा भविष्य कथन यह नहीं कह सकता कोई भी एस्ट्रोलॉजर। आप दस तरीके से कुंडली के सभी पक्षों का आकलन करके भी कई चूक कर जाएंगे. कई बार उतने गहन आकलन की कोई ज़रूरत भी नहीं होती.  मैंने एक अच्छे एस्ट्रोलॉजर से पूछा था; आप कुंडली कैसे देखते हैं?  उनका जवाब सरल सा था; ग्रहों की स्थिति, शुभ अशुभ योग, दशा, राशि और घरों की स्थिति ,गोचर और डिविशनल चार्ट।  बस इतना ही काफी है. गोचर कई बार कोई विशेष प्रभाव नहीं डालते. कई अच्छे एस्ट्रोलॉजर गोचर को बहुत कम महत्व देते हैं. यहाँ तक कि शनि की साढ़े साती का भी वे प्रभाव नहीं मानते. मैं भी नहीं मानता गोचर को. गोचर बाहरी प्रभाव है. आप अगर ५० डिग्री तापमान में एयर कंडिशंड (AC ) कार में ज...

राम की शक्ति पूजा!-LEADERSHIP LESSONS

सूर्यकान्त त्रिपाठी ‘निराला’ आधुनिक हिन्दी काव्य के प्रमुख स्तम्भ हैं। राम की शक्ति पूजा उनकी प्रमुख काव्य कृति है। निराला ने राम की शक्ति पूजा में पौराणिक कथानक लिखा है, परन्तु उसके माध्यम से अपने समकालीन समाज की संघर्ष की कहानी कही है। राम की शक्ति पूजा में एक ऐसे प्रसंग को अंकित किया गया है, जिसमें राम को अवतार न मानकर एक वीर पुरुष के रूप में देखा गया है, राम  विजय पाने में तब तक समर्थ नहीं होते जब तक वे शक्ति की आराधना नहीं करते हैं। "धिक् जीवन को जो पाता ही आया है विरोध, धिक् साधन जिसके लिए सदा ही किया शोध!" तप के अंतिम चरण में विघ्न, असमर्थ कर देने वाले विघ्न. मन को उद्विग्न कर देने वाले विघ्न. षड़यंत्र , महा षड़यंत्र. परंतु राम को इसकी आदत थी, विरोध पाने की और उसके परे जाने की. शायद इसी कारण उन्हें "अवतार " कहते हैं. अवतार, अर्थात, वह, जिसने मानव जीवन के स्तर को cross कर लिया है. राम सोल्यूसन आर्किटेक्ट थे. पर सिर्फ  सोल्यूसन  आर्किटेक्ट साधन के बगैर कुछ भी नहीं कर सकता. साधन शक्ति के पास है. विजय उसकी है जिसके साथ शक्ति है.   जानक...